जिला अस्पताल स्तिथ टीबी क्लिनिक में देखभाल को गोद लिए टीबी रोगियों की काउन्सलिंग कर किया पोषण आहार का वितरण

रामपुर 29 जून 2022
जिला क्षयरोग अधिकारी डा० विनोद कुमार ने कहा कि माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्युलॉसिस बैक्टीरिया के कारण टीबी होता है। टीबी से संक्रमित मरीज छींकने, खांसने, बात करने आदि कारणों से दूसरे को फैला सकता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार दुनिया की लगभग एक चौथाई आबादी को लेटेंट टीबी है। यह अव्यक्त रूप में मौजूद होता है, जिन व्यक्तियों का इम्यून सिस्टम मजबूत है उनमें लक्षण साइलेंट रहते हैं। टीबी संक्रमितों के परिजनों को समझाने के दौरान उन्होंने कहा कि जैसे ही इम्युनिटी कमजोर होती है बैक्टिरीया एक्टिव हो जाते हैं और लक्षण उभरकर सामने आ जाते हैं। लेटेंट टीबी यानि नॉन एक्टिव बैक्टीरिया संक्रामक नहीं होते, लेकिन एक्टिव होने पर दूसरों को संक्रमित करने लगते हैं। इसके अलावा जो लोग तंबाकू का सेवन करते हैं, या लंबे समय से ड्रग या अल्कोहल लेने के आदि होते हैं, उनको टीबी होने का पूरा खतरा होता है। एचआईवी (HIV) संक्रमितों में इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण टीबी होने का सबसे अधिक खतरा है। अन्य गैर संचारी रोग, डायबिटीज, किडनी की बीमारी, कुपोषण और कैंसर के रोगियों में भी टीबी तेजी से हो सकती है। इलाज के दौरान देखभाल एवं पोषण के लिए गोद लिए टीबी रोगियों को पोषण एवं मानसिक संबंल प्रदान करते हुए जिला सहायक लेखा प्रबंधक प्रीति चौधरी ने कहा कि केला, गूसबेरी, अन्नास, संतरा ये फल क्षय रोग में खाना काफी फायदेमंद होता है। इनसे क्षय रोग के जीवाणुओं से लड़ने में मदद मिलती है। जबकि जिला लेखा प्रबंधक राजकुमार ने कहा कि क्षय रोगियों को पांच घंटे के अंतराल पर रस वाले ताजे फल खाना चाहिए। प्रोटीन वाले पदार्थ जैस दूध, बीन्स, मटर आदि खाना चाहिए। टीबी में रोगी के शरीर को दवाओं के साथ प्रोटीन की सही मात्रा लेनी चाहिए। आयरन की आपूर्ति के लिए सेब, पालक आदि खाएं। आयुर्वेद चिकित्सक कुलदीप चौहान रोगियों की काउंसलिंग करते हुए बोले कि दैनिक आहार में क्षय रोगी को नाश्ते में फलों के साथ दूध व बादाम लेना चाहिए। लंच में गेंहू की बनी रोटियां के साथ उबली हुई ताजी सब्जियां लेना चाहिए। साथ ही एक गिलास बादाम वाला दूध भी काफी फायदेमंद है। जबकि डिनर में कच्ची सब्जियों का सलाद, स्प्राउट में नींबू का रस व वेजिटेबल आयल मिला कर लें। कहा कि क्षय रोगियों को एल्कोहल व तंबाकू के सेवन से बचना चाहिए। क्षय रोग में तंबाकू व एल्कोहल लेना खतरनाक हो सकता है। क्षय रोगियों को अपने नाश्ते, दोपहर के खाने व रात के खाने का एक चार्ट बना लेना चाहिए और उसी के अनुसार रोज अपना खाना लेना चाहिए। टीबी में चिकना भोजन लेने से भी बचना चाहिए। जैसे कि तला हुआ बीफ और चिकन, फ्रेंच फ्राइज आदि। साथ ही हाई कोलेस्ट्रॉल वाले फूड्स लेने से भी बचें। प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट जैसे ब्रेड, अनाज, पास्ता आदि लेने से भी बचें। ध्यान रखें कि सही समय पर और रेगुलर हेल्दी खाने का सेवन करें, मानसिक तनाव से दूर रहते हुए स्वस्थ रहें।
इस दौरान जिला समन्यवक मोहम्मद अखलाक, अर्बन स्वास्थ्य समन्यवक, कामरान आदि मौजूद रहे।