मंकी पॉक्स लेकर जिले में अलर्ट जारी कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग आइसोलेशन वार्ड बनाने के साथ ही बाहर से आने वाले संदिग्धों की स्क्रीनिंग कराएगा। इसके लिए सीएमओ ने नोडल अधिकारी समेत सभी स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों एवं हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर तैनात सीएचओ को निर्देश दिए हैं।
मंकीपॉक्स को लेकर केंद्र सरकार द्वारा अलर्ट जारी करने के बाद सीएमओ डा० एस पी सिंह ने अस्पतालों को एडवाइजरी जारी कर दी है। उन्होंने बताया कि सरकारी और निजी अस्पतालों से विशेष तौर पर कहा गया है। मंकीपॉक्स के लकक्षण वाले रोगी मिले तो तत्काल जानकारी जिला सर्विंलास अधिकारी को दी जाए। कहा कि हालांकि की जनपद में मंकीपॉक्स का संक्रमित नहीं पाया गया है। फिर भी सतर्कता के मददेनजर शहर में बाहर से आने वालों पर कडी नजर रखी जा रही है। आशाओं को इसकी सूचना के लिए अगाह किया गया है। बाहर से आने वालों की जानकारी और सैंपल लिए जाएंगे। सभी सीएचसी, पीएचसी व अस्पताल को सतर्क रहने को कहा गया है। बताया कि यह वायरस आंख, नाक, मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करता है।इसके अलावा संक्रमित जानवरों के सर्म्पक मे आने पर भी यह संक्रमण हो सकता है। अगर किसी भी मरीज में इस तरह का कोई लक्षण पाया जाता है तो उसके सैपल को पुणे स्थित वॉयरोलॉजी लैब में भेजा जाएगा। इसके लिए एतिहातन जिला अस्पताल में दस बेड रिर्जव करा दिया गया है।
जिला एपिडायोलॉजिस्ट कंसल्टेंट डॉ ताहिर ने बताया कि मंकी पॉक्स चेचक की तरह एक वायरस का संक्रमण है, जो चूहों और खासकर बंदरों से इंसानों में फैल सकता है। अब यदि कोई जानवर इस वायरस से संक्रमित है और कोई व्यक्ति इसके संपर्क में आता है, तो संभावना है कि उसे भी मंकी पॉक्स हो जाएगा। यह चेचक के बड़े रूप जैसा दिखता है, इसके लगभग एक जैसे लक्षण होते हैं। संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेशन में रखा जाता है, ताकि यह बीमारी दूसरों में न फैले। फेस मास्क का इस्तेमाल करने और साफ-सफाई का ध्यान रखते हुए इसके संक्रमण से बचा जा सकता है।
मंकी पॉक्स के खास लक्षण
-पूरे शरीर पर गहरे लाल रंग के दाने
-निमोनिया तेज सिरदर्द
-मांसपेशियों में दर्द
– ठंड लगना
– अत्यधिक थकान तेज बुखार
– शरीर में सूजन
– एनर्जी में कमी होना
– स्किन में लाल चकत्ते के साथ घाव बनना