सीएमओ कार्यालय में बैठक के दौरान विश्व हेपेटाइटिस दिवस के मौके पर सीएमओ डा० सत्यपाल सिंह ने चिकित्सकों एवं चिकित्साकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि हेपेटाइटिस बी पॉजिटिव रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। जनपद में 132 हेपेटाइटिस पोजेटिव मिले है जिन्हें यह पता नहीं कि वे आखिर कैसे संक्रमित हुए। जांच किसी दूसरे मर्ज के लिए कराई गई तो रोग का पता चल गया। कहा कि महिलाओं में इस रोग का पता प्रसव पूर्व की जांचों या फिर गर्भाशय आदि की सर्जरी में लग रहा है। पुरुषों में भी किसी रोग या फिर हार्निया, अपेंडिक्स, शरीर की अंदरुनी गांठ आदि की सर्जरी के लिए जांच कराने पर पता चल रहा है।
[एएनसी अन्य रोग की जांच के दौरान हेपेटाइटिस बी पॉजिटिव आ रहे हैं। जांच कराने पर ही पता लग पाता है। अधिकतर लोग ओपीडी स्तर पर ही इलाज करा रहे हैं। डॉ. मोहित का कहना है कि सबसे अधिक हेपेटाइटिस सी पॉजिटिव आ रहे हैं। हेपेटाइटिस बी के रोगी भी हैं लेकिन सी का इलाज है। हेपेटाइटिस बी का कंट्रोल है, इलाज नहीं है। पति-पत्नी में किसी एक को संक्रमण होने पर दूसरे को रोग हो जाता है। हेपेटाइटिस बी के फैलाव के देखते हुए शोध शुरू किया जा रहा है।
इस दौरान डॉ नवीन, एस के सेठ, राजकुमार, डॉ कुलदीप, ज्ञानेंद्र, राहिला, जस्सी सेठ, आदि मौजूद रहे।
