
क्षय रोगियों को मिलती रहेगी जरूरी सेवाएं
टीबी से होने वाली जटिलताओं पर नियंत्रण जरूरी
रामपुर, 22 अप्रैल-2020 । कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए किये गए लाक डाउन के दौरान भी क्षय रोगियों के उपचार को निर्बाध रूप से जारी रखने के निर्देश दिए गए हैं । जिला केे क्षयरोग अधिकारी डॉ प्रदीप ने कहा कि क्षय रोग निवारण सम्बन्धी सुविधाओं को निरंतर जारी रखना बहुत ही जरूरी है ताकि क्षय रोग से होने वाली जटिलताओं व मृत्यु पर नियंत्रण रखा जा सके ।
कहा कि लाक डाउन की स्थिति को देखते हुए सभी क्षय रोगियों को एक-एक महीने की दवा दी जाएगी । दवा का सेवन सुनिश्चित करने और दवा के एडवर्स ड्रग रिएक्शन पर नजर रखने के लिए निरंतर फोन कॉल/व्हाट्सएप/ वीडियो कॉल के जरिये संपर्क रखा जायेगा । उपचारित क्षय रोगियों का फालो-अप भी किया जाएगा । संदिग्ध क्षय रोगियों की जांच सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जारी रखी जाएगी । सभी माइक्रोस्कोपी सेंटर, सीबीनाट प्रयोगशाला और कल्चर एंड डीएसटी लैब का काम चालू रखा जाएगा । सैम्पल कलेक्शन, हैंडलिंग व सैम्पल ट्रांसपोर्टेशन के लिए सभी मानकों का पालन किया जाएगा।
कोविड-19 वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए भी सभी मानकों का सख्ती से पालन किया जाएगा। मास्क का प्रयोग, हाथ धोने, हैण्ड सेनेटाइजर, सोशल डिस्टेंशिंग और बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार किया जाएगा। प्रयोगशाला में जाँच और इलाज के दौरान पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट (पीपीई), एन-95 मास्क और दस्ताने का इस्तेमाल। इलाज के लियेे निक्षय पोषण योजना के तहत हर माह मिलने वाली 500 रूपये उनके बैंक खाते में भेजी जा रही है। सूचनाओं को निक्षय पोर्टल और निक्षय औषधि पोर्टल पर अपडेट किया जा रहा है । निजी क्षेत्र से इलाज करा रहे रोगियों की सेवाएं भी निर्बाध रूप से चलती रहें । इस बात को सुुुनिशचित करने का आदेश दिया है।