मास्क का सही इस्तेमाल मुंह पर हांथ लगाने की आदत से देता है सुरक्षा
एक व्यक्ति एक घंटे में लगभग 23 बार अपने फेस को छूता है।
रामपुर 19 जून 2020। घर से बाहर निकलते ही चारों ओर लोग मास्क लगाए नजर आ रहे हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जो मास्क को घर में भी दिनभर लगाएं रहते हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए लोग विभिन्न प्रकार के मास्क का प्रयोग कर रहे हैं। मास्क के बारे में सही जानकारी होना बहुत जरूरी है। कई लोग तो मास्क को कान से फंसा कर केवल ठोडी तक ठक लेते है और सोचते है कि कोरोना मास्क देख कर रूक जायेगा। मास्क के सही इस्तेमाल में लापरवाही संक्रमण का खतरा बढ़ा सकती है। कई लोग एक मास्क का प्रयोग बिना बदले या साफ किये बगैर ही पहने रहते है यह और भी ज्यादा जोखिम भरा हो सकता है।
N-95 मास्क
डा० वागेश त्रिपाठी ने बताया कि यह मोटे फैब्रिक का बना होता है और साथ ही ये बाहरी वातावरण के छोटे-छोटे कणों को भी फिल्टर कर सकता है। मास्क चेहरे को पूरी तरह से कवर करता है और साथ ही किसी भी प्रकार का गैप नहीं रहता है। कोरोना मास्क के रूप में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। घर में अगर कोई संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति है तो ऐसे में स्वस्थ व्यक्ति का मास्क पहनना जरूरी हो जाता है। आपको ये बात ध्यान रखनी चाहिए कि एक व्यक्ति एक घंटे में लगभग 23 बार अपने फेस को छूता है। जिससे संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है साधारण मास्क आपको केवल धूल और गंदगी से ही बचा सकते हैं। घरेलू तरीके से तैयार किए गए मास्क भी बाहरी गंदगी से बचाने में ही सहायता करते हैं। जबकि N-95 मास्क कई तरीकों से बचाव करता है।
उन्होंने कहा कि N-95 मास्क अंदर से बहुत गर्म होते हैं। बाहरी हवा और अंदर की हवा में दबाव परिवर्तन महसूस होने के कारण सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। जिस तरह से कंबल के अंदर सांस लेने में दिक्कत होती है, कुछ वैसा ही महसूस हो सकता है। अगर कोई बूढ़ा व्यक्ति या बच्चा इसे पहनता है तो कुछ ही समय बाद घुटन महसूस हो सकती है। ऐसे में लोग मास्क को उतार देते हैं और खतरा बढ़ जाता है। कोरोना मास्क के रूप में N-95 मास्क का चुनाव बेहतर है, लेकिन इसे हर कोई पहनने में सहज महसूस नहीं करेगा। N-95 मास्क का प्रयोग ज्यादातर डॉक्टर्स करते हैं। अगर आप N-95 मास्क पहनने के बाद परेशानी महसूस करते हैं तो सर्जिकल मास्क बेहतरीन उपाय हो सकता है। इस मास्क से करीब 95 % वायु फिल्टर होती है।
सर्जिकल मास्क
कोरना मास्क के रूप में उपयोग किया जा सकता है। कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति जब खांसता या छींकता है तो वायु में ड्रॉपलेट फैल जाते हैं। ये स्वस्थ्य व्यक्ति को भी संक्रमित कर सकते हैं। ऐसे में सर्जिकल मास्क का यूज करना बेहतरीन उपाय हो सकता है। सर्जिकल मास्क एन-95 मास्क की तरह मोटे फैब्रिक के बने नहीं होते हैं। चूंकि सर्जिकल मास्क किनारों से बहुत टाइट नहीं होते हैं इसलिए जर्म्स के अंदर जाने की संभावना रहती है। सर्जिकल मास्क को डिस्पोजल मास्क भी कहते हैं। ये मास्क 6 से 8 घंटे लगाया जा सकता है।
मास्क इस्तेमाल की सुरक्षित अवधि
डा० कुलदीप सिंह चौहान ने कहा कि डिस्पोजल व रियूजिवल मास्क का प्रयोग केवल तीन से चार घन्टे करना चाहिए। उसके बाद डिस्पोजल मास्क को निकाल कर सामान्य ब्लीचिंग पाउडर के पांच प्रतिशत घोल या एक प्रतिशत हाईपोक्लोराइड घोल से अच्छी तरह से साफ करने के बाद जलाकर या बाहर मिटटी के गहरे गडढे में दबा देना चाहिये। रियूजिवल मास्क को बाद में साबुन से भी धोने के बाद तेज धूप में सुखा कर प्रयोग करें। लेकिन चार–पांच दिन बाद इसे भी बदलना सुरक्षित रहेगा।
मास्क पर बार बार न लगाये हांथ
मास्क का प्रयोग करने में सावधानी बरतनी जरूरी है अन्यथा मास्क पहनने का लाभ नहीं मिलेगा। एक बार मास्क चेहरे पर सही तरह से फिट होने के बाद हांथ लगाने से परहेज करें। मास्क द्धारा नाक से थोडी तक और कान के पास तक पुरी तरह से चिपका हो। उतारते समय केवल डोरी को ही पकडे। सूती कपडे का मास्क तीन या चार लेयर में बना होना चाहिए।
घरेलू मास्क का सही प्रयोग एवं पुनःप्रयोग विधि एवं निस्ताराणमास्क हांथ में लेने से पहले हांथों को 40 सेकेंड तक साबुन से धोएंचेहरे पर कवर किये गये हिस्से पर कभी हांथ लगाएं‚ उतारते समय केवल डोरी पकडेहमेशा नीचे वाली डोरी पहले और ऊपर वाली डोरी बाद में खोलें‚ लास्टिक हो तो पहले एक साईड से उतारेंमास्क उतारने के तुरंत बाद साबुन के घोल या गर्म पानी में डाल दें‚ और अपने हांथों को 40 सेकेंड तक साबुन से धोएंमास्क को साबुन और गर्म पानी से 40 सेकेंड तक धोने के बाद धूप में पांच घन्टे तक सुखाएंधूप न होने की दशा में प्रेशर कुकर में नमक मिला पानी डाल कर बंद कर दें और 10 मिनट तक उबालें फिर साबुन से धोकर हवा में सुखा लेंबार बार इस्तेमाल के लिये ण्क व्यक्ति के लिये तीन मास्क होने चाहिए ताकि रोटेशन बना रहे‚ धुले हुए मास्क प्लास्टिक की थैली में रखें