
रामपुर‚ 22 जुलाई 2020। आयुर्जीवनम् सेवा समिति के डा० कुलदीप चौहान ने कहा कि केंद्र सरकार की ई-संजीवनी सेवा शुरू हो गई है। इसमें केजीएमयू के डॉक्टर प्रदेश के विभिन्न पीएचसी में आए मरीजों से लाइव परामर्श दे रहे है। डा० कुलदीप ने कोविड वालेंटियर्स की वर्चुअल मीटिंग में यह जानकारी देते कहा कि टेली मेडिसिन के हेल्थ राडार सिस्टम में केजीएमयू के विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित अन्य प्रमुख मेडिकल कॉलेज के डाक्टर ऑन लाईन है। ओपीडी का समय सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक का है जबकि विशेषज्ञ चिकित्सक दो बजे तक ऑनलाईन है। इसकी शुरूआत काफी अच्छी हुई है। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्र के लोग जो कि दूर दराज में होने के कारण अस्पताल आने में असमर्थ होते है उन्हें उच्चस्तरीय स्वास्थ्य परामर्श मिल रहा है।
ऐसे डाउनलोड करें एप, जेनरेट होगा टोकन
मरीज प्ले स्टोर में जाकर डाउनलोड कर सकते हैं। इसमें जैसे ही पंजीकरण करेंगे, वैसे ही टोकन नंबर जेनरेट हो जाएगा। ऐप पर ऑनलाइन दिख रहे डॉक्टर के नाम को क्लिक करेंगे, वह तुरंत वीडियो कॉल से कनेक्ट होंगे। ट्रायल बेस पर चल रही योजना में अभी कोई न कोई डॉक्टर ऑनलाइन रहता है। वहीं भविष्य में सुबह नौ से चार बजे तक समय निर्धारित किया जा सकता है।

ʺ प्रदेश के दुर्गम ग्रामीण क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने के लिए ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा शुरू की गई है। यह सेवा मोबाइल एप पर भी उपलब्ध है। गूगल प्ले स्टोर से ई-संजीवनी एप को डाउनलोड कर सकते हैं। सोमवार से शनिवार तक सुबह नौ बजे से दोपहर दो बजे तक मरीज टेलीमेडिसिन सेवा से विशेषज्ञ डॉक्टरों से किसी भी बीमारी के बारे में परामर्श ले सकते हैं। प्रदेश में टेलीमेडिसिन सेवा को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस सेवा से मरीजों को घर बैठे ही डॉक्टरों से परामर्श प्राप्त हो रहा है। उन्हें डॉक्टर की सलाह लेने के लिए अस्पताल आने की जरूरत नहीं है। प्रदेश के सभी सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को टेलीमेडिसिन सेवा से जोड़ा जा रहा है। ʺ
प्रभात कुमार‚ डीसीपीएम‚ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन

वैलनेस सेंटर में तैनात सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अपनी आईडी से रोगी का पंजीकरण करेगें और उनकी प्राथमिक जांच दर्ज कर उनके रोग के बारे टेलीमेडिसिन ऑनलाईन उपलब्ध विशेषेज्ञ चिकित्सक के द्धारा वीडियों परामर्श कराएंगे। उसके बाद परामर्श पत्र पीडीएफ में उनके पास आने के बाद उसका प्रिंट मरीज को दिया जायेगा। यही सुविधा स्वयं के द्धारा डाउनलोड किसी भी रोगी के मोबाईल पर उपलब्ध होगी।
डा० राजेश गंगवार‚ नोडल अधिकारी‚ राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन