विश्व गठिया दिवस
रामपुर‚ 12 अक्टूबर 2020। शरीर पर सामान्य से अधिक वजन जोड़ों में सूजन पैदा करता है। अर्थराइटिस जोड़ों की सूजन है। अर्थराइटिस के लक्षण आमतौर पर बढ़तीउम्र के साथ विकसित होते हैं, लेकिन ये अचानक भी समस्या बन सकते हैं। यह जानकारी महिला थाना में महिला पुलिसकर्मियों के हीमोग्लाबिन‚ शुगर‚ मोटपा‚ मानसिक तनाव एवं हडिडयों की जांच कर रहे डा० अशरफ खान ने कही।
डॉ. अशरफ ने जवानों को बताया कि गलत एंगल से अधिक देर तक झुककर काम करना, सिर पर नियमित तौर पर वजन उठाना, झुककर कोई वजन उठाना, कंप्यूटर के सामने गलत तरीके से घंटों बैठे रहना, मोबाइल का अधिक इस्तेमाल करना, गर्दन झुकाकर घंटों काम करने से भी गठिया की शिकायत होती है।
उन्होंने कहा कि भारत और दुनिया भरमें कोरोनोवायरस को छोड़कर आर्थराइटिस शीर्ष-उभरती बीमारियों में से एक है| अर्थराइटिस वयस्कों में व्यापक रूप से फैल रहा है इसके साथ ही मोटे लोगों को इसका ज्यादा खतरा रहता है| यह एक खतरनाक प्रवृत्ति बनती जा रही है|
उन्होंने बताया विश्व गठिया दिवस का उद्देश्य लोगों में जागरूकता के द्धारा लोगों को गठिया के बारे में शिक्षित करना है। डा० अशरफ खान ने कहा कि आम तौर पर बुजुर्ग आयु में होने वाला यह रोग तेजी से युवाओं में भी फैलने लगा है। इसका प्रमुख कारण असंयमित जीवन शैली है। बचाव के बारे में जानकारी देते हुए डा० अशरफ खान ने कहा कि रोजाना संतुलित आहार लें, धूम्रपान और शराब का सेवन न करें, ये हड्डियों को कमजोर बनाता है, साइकिलिंग से हड्डियों को मजबूत बनाएं, स्वीमिंग को अपनाकर शरीर को तंदुरुस्त रखें, जंक फूड से तौबा करें, रोजाना सैर करें, ध्यान और योग करें। मालिश के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि अक्सर गठिया की समस्या होने पर लोग देसी मालिश का सहारा लेते हैं। लेकिन ऐसी मालिश से जोड़ो के भीतर तक समय पर उचित इलाज नहीं मिल पाता है। जिससे दर्द और सूजन की समस्या बढ़ जाती है। इसलिये गठिया में मालिश न करें बल्कि शरीर को गतिमान रखें इसके लिये पैदल चलना अधिक लाभ प्रद रहेगा।
फिजियोथेरेपिस्ट डा. सऊद खान ने कहा कि गठिया में शरीर का मूवमेंट रहना जरूरीहै। इससे बचाव के लिये हल्के आउटडोर गेम और संतुलित आहार का पालन करना जरूरी है।
इस मौके पर थाना प्रभारी रेनू सिंह ने कहा कि 41 महिला पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य की जांच की गई है। सभी स्वस्थ्य पाये गये है। इस दौरान परामर्शदाता डा० शहनाज रहमान मौजूद रहीं।