उच्च प्राथमिक विद्यालयों एवं इंटर कॉलेज में एक महिला एवं एक पुरूष शिक्षक होगें स्वास्थ्यदूत
रामपुर‚ 23 नवंबर 2020। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) के अंतर्गत जनपद में प्राथमिक विद्यालयों एवं इण्टर कॉलेज‚ सरकारी‚ गैर सरकारी स्कूलों में एक महिला एंव एक पुरूष शिक्षक को स्वास्थ्यदूत पद पर नामित किया जाएगा। स्वास्थ्यदूत के रूप में चयनित शिक्षकों की आयु 45 से अधिक नहीं होगी एवं विज्ञान एवं शारीरिक शिक्षा की पृष्ठभूमि विषयक को वरीयता दी जायेगी। नामित शिक्षकों को शिक्षा विभाग के द्वारा स्वास्थ्य संबर्धन एवं रोग निवारण का प्रशिक्षण दिया जायेगा।
डा० राकेश चन्द्रा‚ नोडल अधिकारी‚ आरकेएसके ने बताया राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक के द्वारा स्वास्थ्यदूत का चयन कराने को पत्र मिला है | सभी प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों के विभागाध्यक्ष को स्वास्थ्यदूत शिक्षकों का चयन कर सूचीबद्ध करने को कहा गया है ताकि शीघ्र ही स्वास्थ्यदूत को प्रशिक्षत कर छात्रों में निरंतर स्वास्थ्य सदेश दिया जा सके।
स्वास्थ्यदूत स्वास्थ्य संबर्धन का संदेश समुदाय में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने के लिये प्रभाव डालेंगे एवं छात्र⁄छात्राएं समाज में स्वास्थ्य और कल्याण संदेशवाहक के रूप में कार्य करेगें। प्रत्येक मंगलवार को स्कूलों में स्वास्थ्य और कल्याण दिवस के रूप में मनाया जाएगा। प्राथमिक विद्यालयों के स्वास्थ्यदूत छात्रों में स्वास्थ्य और विकास‚ व्यक्तिगत सुरक्षा‚ पोषण और शारीरिक गतिविधि‚ स्वच्छता अभ्यास‚ मलेरिया, डेंगू, टीबी जैसे रोगों की रोकथाम, कृमि संक्रमण, डायरिया और वैक्सीन से बचाव योग्य रोग के बारें में सेवा प्रदान कराने एवं जागरूक करने का कार्य करेगें। माध्यमिक स्तर के स्वास्थ्यदूत छात्रों में यौन सम्बन्धी परिवर्तन‚ नेत्र देखभाल, मौखिक स्वच्छता‚ पोषण‚ ध्यान और योग‚ इंटरनेट सुरक्षा और मीडिया साक्षरता‚ मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम‚ एचआईवी / एड्स‚ मानसिक स्वास्थ्य विषयों की जागरूकता एवं सर्तकता का कार्य करेगें जबकि हाईस्कूल स्तर के स्वास्थ्यदूत द्धारा मादक द्रव्यों के सेवन की रोकथाम‚ यौन और प्रजनन स्वास्थ्य‚ हिंसा की रोकथाम‚ अनजाने में चोट‚ सड़क सुरक्षा‚ पोषण‚ ध्यान और योग आदि गतिविधियों के दायित्व होंगे ।