आशा संगिनी सुदृणीकरण पर तीन दिवसीय कार्यशाला
रामपुर, 24 दिसंबर 2020 । राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिये आशा कार्यक्रम को शुरू किया था। आज आशा अपने गांव में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। आशा के कार्य में सहयोग करने में आशा संगिनी के दायित्व को बढाया जा रहा है। यह बात एसीएमओ डा० ओ०पी आर्य ने सीएमओ सभागार में चल रहे प्रशिक्षण के दौरान कही। उन्होंने कहा कि क्लस्टर मीटिंग के दौरान आप लोगों को आशा के व्यक्तित्व की क्षमता बढानी है ताकि वह अपने गांव में महिलाओं एवं बच्चो को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं का लाभ सही तरह से पहुंचा सके।
डीसीपीएम प्रभात कुमार ने कहा कि क्लस्टर मीटिंग के दौरान आशा के कार्य कौशल को मजबूत करने का प्रशिक्षण अब आशा संगिनी का होगा। आशा संगिनी सपोर्टिंग सुपरविजन के साथ आशा के कार्य को और अधिक मजबूती देने में सहयोग करेगी। प्रत्येक क्लस्टर मीटिंग में अलग अलग विषय पर आशा कौशल का प्रशिक्षण आशा संगिनी के द्वारा प्रदान किया जायेगा इसी का प्रशिक्षण यूपी टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (यूपी टीएसयू) के प्रशिक्षकों द्धारा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्तनपान के लिये प्रेरित कैसे किया जाये‚ संस्थागत प्रसव के लिये प्रोत्साहित किया जाना‚ परिवार नियोजन की सलाह देना‚ कुपोषण से कैसे बचें‚ गर्भावस्था के जोखिम क्या होते है‚ गैर संचारी रोगों से बचाव कैसे करें जैसे विषयों पर समुदाय में स्वीकार्यता कैसे हो इसका कौशल वर्धन किया जायेगा।
प्रशिक्षण के दौरान टीएसयू के एएसएम शकील अहमद‚ आशा संगिनी मेंटर रूपाली‚ बीसीपीएम हुस्न जहां और उपकार मौजूद रहे।