
रामपुर 6 मई 2020। कोविड महामारी के बीच लॉक डाउन के तीसरे सत्र में कुछ ढील मिलने पर स्वास्थ्य की अन्य योजनाओं का संचालन प्रारंभ हुआ है। एक मई से दूसरे राज्यों से आ रहे लोगों को होम क्वरंटाइन कराने के दिशा निर्देश का सही तरह से पालन करवाने के लिये आशा संगिनी को प्रशिक्षण दिया गया। जिला अस्पताल के प्रशिक्षण कक्ष् में बीसीपीएम ललिता ने सोशल डिस्टेंशिग के साथ संगिनी 10 संगिनी को होम क्वरंटाईन के नियमों एवं दिशानिर्देशों का प्रशिक्षण दिया। इस दौरान ललिता ने कहा कि आशा कार्यकर्ता द्धारा क्षेत्र में बाहर से आये लोगों की पहचान करा कर उन्हें उनके परिवार को होम क्वरंटाईन का पूरा पालन करने के बारे में समझाना है। घर के बाहर होम क्वरंटाईन का पोस्टर लगा कर उसमें दिनांक भी लिखना है। गांव वालों को भी होम क्वरंटाईन के फायदे के बारे में बताना है। यह भी बताना है कि कोरोना को लेकर कोई भेद भाव नहीं किया जाए। केवल सावधानी के नियमों का पालन करना है।
क्या है होम क्वारंटाइन ?
होम क्वारंटाइन⁄संगरोध का मतलब घर पर अपने आप को दूसरे लोगों से अलग कर लेना है। अगर आपको कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संदेह है या फिर सर्दी-जुकाम लगा हुआ है तो आप एक कमरे में अपने आप को अलग कर लें। इससे आपके परिवार में किसी को वायरस नहीं फैलेगा।
घर पर कैसे कर सकते हैं अपने आप को क्वारंटाइन?
-होम क्वारंटाइन के लिए एक हवादार कमरा हो, जिसमें टॉयलेट भी हो।
-अगर उस कमरे में अन्य परिजन हो, तो दोनों में एक मीटर की दूरी हो।
-दोनों शख्स घर के अन्य बुजुर्गों, गर्भवतियों और बच्चों से दूर रहें।
-वायरस संदिग्ध मरीज किसी भी समारोह, शादी, पार्टी में 14 दिन या जब तक स्वस्थ न हो जाएं तब तक हिस्सा न लें।
-साबुन से हाथ धोएं और अल्कोहल बेस्ड हैंड सैनेटाइजर का इस्तेमाल करें।
-घर में खुद से पानी, बर्तन, तौलिए और अन्य किसी चीज को न छुएं?
-सर्जिकल मास्क या तीन परतों में गमछा लगाकर रहें। हर 6-8 घंटे में मास्क बदलें। इनका निस्तारण सही से करें।