प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है। हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे। अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था। उनका जाना, एक युग का अंत है।” पीएम मोदी ने आगे कहा, “लेकिन वो हमें कहकर गए हैं- “मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं, ज़िन्दगी सिलसिला, आज कल की नहीं मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं, लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूं?”
प्रपीएम मोदी ने कहा कि अटल जी का जाना उनके लिए एक निजी और अपूरणीय क्षति है। प्रधानमंत्री ने कहा, “अटल जी से जुड़ी अनगिनत यादें मेरे साथ हैं। वह मेरे जैसे कार्यकर्ताओं के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत थे। मैं उनकी उत्कृष्ट वाक्-पटुता और उनके प्रखर ज्ञान को विशेष रूप से याद रखूंगा।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश हम सभी के प्यारे अटल जी के निधन की खबर सुनकर दुखी है। उनका निधन एक युग का अंत है। अटल जी के अनुकरणीय नेतृत्व में 21वीं शताब्दी में एक मजबूत, समृद्ध और समावेशी भारत की नींव रखी गई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “विभिन्न क्षेत्रों में उनकी नीतियों का सकारात्मक असर भारत के प्रत्येक नागरिक के जीवन पर पड़ा।”
पूरा देश हम सभी के प्यारे अटल जी के निधन की खबर सुनकर दुखी है। उनका निधन एक युग का अंत है। वह देश के लिए जिए और दशकों तक पूरी दृढ़ता के साथ देश की सेवा की। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, बीजेपी कार्यकर्ताओं और उनके करोड़ों प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।”