मेरठ शहर पल्लवपुरम इलाके में रात एक बजे कार लूटकर भाग रहे बदमाशों की पुलिस से मुठभेड़ हो गई। फायरिंग में एक बदमाश गोलियों से छलनी हो गया, जबकि उसके साथी भाग निकले। मारे गए बदमाश की पहचान सहारनपुर से फरार चल रहे 25 हजार के इनामी अपराधी मंसूर के रूप में हुई है। एसएसपी मेरठ मंजिल सैनी ने बताया कि मंसूर के खिलाफ 25 से अधिक मुकदमे दर्ज चल रहे थे। उसका कई जिलों में आतंक था।
पुलिस के मुताबिक, मेरठ की जागृति विहार कालोनी प्रॉपर्टी डीलर ऋषि कुमार देर रात दौराला से घर लौट रहे थे। पल्लवरपुरम इलाके में वह जैसे ही मिलांज मॉल के पास पहुंचे तो पल्सर बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने हथियारों के बल पर उनको रोक लिया। बदमाश उनकी कार लूटकर गांधी बाग की तरफ भाग निकले। कंट्रोल रूम की सूचना सदर बाजार पुलिस ने घेराबंदी शुरू की। गांधी बाग के गेट-2 के पास पुलिस और बदमाशों का सामना हो गया। दोनों ओर गोलियां चलीं।मुठभेड़ में एक बदमाश के सीने में गोलियां लग गईं। उसका साथी भाग निकला। लूटी गई कार बरामद करने के साथ पुलिस ने घायल बदमाश को मेडिकल अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने उस मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ में मारे गए बदमाश सहारनपुर में थाना बेहट क्षेत्र के गांव पठानपुरा निवासी मंसूर के पास से विदेशी रिवाल्वर बरामद हुई है। मुठभेड़ की सूचना पर एसएसपी मंजिल सैनी कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गई। एसएसपी ने बताया कि अपराधी मंसूर पर 25 हजार का इनाम घोषित था। उसके खिलाफ विभिन्न्न थानों में लूट, डकैती, हत्या के 25 से अधिक मुकदमे दर्ज चल रहे थे। कई जिलों में उसका आतंक था। उसके साथी की तलाश जारी है।
मुकीम काला का दाहिना हाथ था मारा गया शूटर मंसूर
पुलिस मुठभेड़ में मारा गया 25 हजारी मंसूर उर्फ पहलवान सहारनपुर के मुकीम काला गिरोह का शार्प शूटर था। उस पर हत्या, लूट और डकैती के 25 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। मेरठ की भी कई घटनाओं में वह वांछित था। मंसूर से विदेशी रिवॉल्वर बरामद हुई है। इससे एक बार फिर साफ हो गया कि मुकीम काला गैंग के शूटरों पर एक से बेहतर एक हथियार हैं। सहारनपुर के बड़े बदमाश मुकीम काला को अक्तूबर 2015 में एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। मुकीम का तीन राज्यों में आतंक था। मुकीम जेल में बंद है लेकिन उसके गुर्गे लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। पठानपुरा का मंसूर उर्फ पहलवान भी इनमें से एक था। सहारनपुर के मुकीम काला और नोएडा के अनिल दुजाना की दोस्ती होने के चलते वेस्ट यूपी में इनका खौफ है। मंसूर पहलवान से जो रिवॉल्वर बरामद हुई है, वह जर्मन ब्रांड है। रिवॉल्वर में यह सबसे टॉप ब्रांड्स में शुमार है।
मंसूर की हत्या की बनी थी प्लानिंग
जुलाई 2016 में सहारनपुर पुलिस ने चार बदमाशों अकरम, मनोज, नितिन और दिनेश जैन को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में इन बदमाशों ने कुबूला था कि उन्हें मंसूर पहलवान की हत्या करनी थी। गिरफ्तार बदमाश अकरम से मंसूर का जेल में झगड़ा हुआ था।
2013 में हुई थी आखिरी गिरफ्तारी
24 सितंबर 2013 को मंसूर पहलवान को सहारनपुर के कुतुबशेर थाने की पुलिस ने आखिरी बार गिरफ्तार किया था। कुछ समय जेल में रहने के बाद वह जमानत पर छूट आया था। उसके बाद से वह वारदात पर वारदात कर रहा था। सहारनपुर के चिलकाना क्षेत्र में पेट्रोल पंप पर लूट के दौरान हत्या के एक मामले में उसकी गिरफ्तारी हुई थी।
गांधीबाग के पास घिर गए लुटेरे
मिलांज मॉल के पास से जैसे ही कार लूट की सूचना फ्लैश हुई तो चारों तरफ से बदमाशों की घेराबंदी शुरू हो गई। हाईवे पर कंकरखेड़ा पुलिस ने चेकिंग अभियान चला दिया तो दौराला में भी पुलिस मुस्तैद हो गई। शहर में सदर बाजार और लिसाड़ी गेट पुलिस अलर्ट हो गई। जैसे ही कार को गांधी बाग के पास सदर बाजार पुलिस ने आते हुए देखा तो पुलिस को देखकर बदमाशों ने भागने की कोशिश की। पुलिस ने फायरिंग कर मंसूर को ढेर कर दिया।
मेरठ में खुला एनकाउंटर का खाता
लंबे समय बाद मेरठ में बदमाश एनकाउंटर में ढेर हुआ है। इससे पहले लिसाड़ी गेट में तीन साल पहले बदमाशों ने सिपाही एकांत यादव की हत्या कर दी थी। जवाब में पुलिस ने बदमाश को मौत के घाट उतार दिया था। वहीं शामली और लखनऊ के बाद अब मेरठ में भी पुलिस की गोली बदमाशों के सीने में उतरी है।